Tuesday, November 26, 2013

Whom do you feed - आप किसे भोजन खिलाते हैं.

एक वृद्ध मेक्सिकन इंडियन ने अपने पोते को एक कथा सुनाई. हर इंसान में दो भेड़िये होते हैं. एक अच्छा होता है, एक बुरा. जो बुरा होता है वो गफलत में रहने वाला, क्रोधी, अहंकारी, दूसरों को धोखा देने वाला, झूठ पर पलने और फलने वाला होता है. दूसरा भेड़िया अच्छा वाला होता है, मित्रता पूर्ण व्यवहार वाला, सत्य पर चलने वाला, न्यायप्रिय, शांत, धीर, गंभीर, सबको साथ ले के चलने वाला और सबको प्यार करने वाला. हर इंसान में ये दोनों भेड़िये होते हैं.
पोता बोला - फिर तो दोनों लड़ते होंगे?
दादा बोला - हाँ लड़ते तो हैं.
पोता बोला - जीतता कौन है?

दादा हँसते हुए बोला - हा हा हा वही जीतता है जिसको तुम भोजन खिलाते हो.

Thursday, September 12, 2013

Thursday, August 1, 2013

A rally in favor of reservation - आरक्षण समर्थक रैली

लखनऊ में ओबीसी, एससी और एसटी मिल कर आरक्षण समर्थक रैली कर रहे हैं. यह भविष्य में अंतर्जातीय सहयोग की पहली झलक है.

ये फोटो रैली से संबंधि 'जन संस्करण' की यू-ट्यूब पर लोडिड वीडियो से लिए गए हैं. 








  




Sunday, June 9, 2013

Thursday, May 16, 2013

Principles of Dalit Dharma- दलित धर्म के सिंद्धांत

दलित धर्म के सिंद्धांत
1. दलित हिन्दू नहीं हैं।
2. वे वेदों के ज्ञान में आस्था नहीं रखते हैं।
3. वे यज्ञ नहीं करते हैं।
4. वे गुरु को मानते हैं।
5. वे समतावादी हैं।
6. वे वर्ण व्यवस्था और जातिभेद का खंडन करते हैं।
7. वे स्त्रिायों की स्वतंत्राता के पक्षधर हैं।
8. वे एक निर्गुण, निराकार ईश्वर को मानते हैं।
9. वे जन्म जन्मांतरवाद, अवतारवाद और स्वर्ग नर्क की धारणाओं को अस्वीकार करते हैं।
10. ब्राह्मणों की श्रेष्ठता को नहीं मानते और न उनसे गुरुदीक्षा लेते हैं।
11. वे हिन्दू देवी देवताओं की पूजा नहीं करते।
12. वे श्रमजीवी हैं, भीख मांग कर नहीं खाते हैं।
13. वे संस्कृत को नहीं, लोकभाषा को अपनाते हैं।
साभार कँवल भारती जी. (Via Facebook)