इस बार जयपुर से दर्द की आवाज़ नामक समाचार-पत्र का जो अंक प्राप्त हुआ है उसके मुखपृष्ठ पर छपे चेहरे की मुद्रा मन को भा गई. हाँ!! हमें ऐसे चेहरे चाहिएँ जिन पर एक ललकार हो. श्री गोपाल डेनवाल ने हुंकार भरी है. “वोट हमारा - राज तुम्हारा नहीं चलेगा”.
मेघ महाकुंभ का
आयोजन सफल रहा है. इसके लिए गोपाल जी को और आर. पी. सिंह जी को ढेर सारी बधाइयाँ.
श्री फाँसल को मेघ सेना के फ्लैगमार्च की भव्यता को जयपुर में उतारने के लिए ढेरों
बधाइयाँ.
श्री आर.पी. सिंह, आईपीएस, को पदोन्नत करके अतिरिक्त डॉयरेक्टर जनरल पोलिस बनाया गया है जिसके लिए उनको हार्दिक बधाइयाँ. उनकी साहित्यिक उपलब्धियों पर कई ‘जनरल’ वालों को रश्क होगा.
और अंत में इस
समाचार के लिए दर्द की आवाज़ को कोटिशः धन्यवाद.
Megh Politics
dear bhushanji dharmachar, good post on Dard ki Avaz..
ReplyDeletenitin Jamnagar...
@ Nitin
ReplyDeleteआपका आभार नितिन जी.
Yes, it is a fact that media does not adopt the requisite attention to news concerning 'Dalits'; because it is mostly controlled by the conservative management.
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