पंजाब में विधान सभा के चुनाव का बिगुल बज चुका है. इस
बार भी मेघ समाज को किसी राजनीतिक
पार्टी ने पार्टी टिकट नहीं दी. जालंधर वेस्ट विधान सभा क्षेत्र में
सिवाय भारतीय जनता पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के पूरे
पंजाब में
किसी और पार्टी ने टिकट नहीं दिया. अब सवाल यह उठता है कि मेघों को क्या करना चाहिए?
इसका सीधा-सा जवाब यह है कि मेघ समाज को पंजाब में आपनी शक्ति दिखने के लिए सभी
आरक्षित सीटों पर खुद
इलेक्शन लड़ना चाहिए. महारथी
वह होता है जो युद्ध में अपने अधिकार के लिए लड़ता
है. मेघ समाज को अपने अस्तित्व के लिए इस बार ज़रूर कुछ करना चाहिए वरना
आने वाली पीढ़ियों को हम क्या जवाब देंगे. भगत महासभा की ओर से पूरा जोर लगाया जा
रहा है
कि मेघ समाज पंजाब में स्वतंत्र रूप से सभी रिसर्व हलकों पर अपने उमीदवार उतारे.
कहाँ-कहाँ
पर मेघ उम्मीदवार विधान सभा चुनाव लड़ सकते हैं?
उम्मीद है कि इस बार मेघ समाज पंजाब में 10 हलकों से
चुनाव लड़ सकता है.
1.
पठानकोट कि तीनों हलकों में मेघ उमीदवार आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकते
है.
2.
गुरदासपुर के बटाला विधान सभा हलके से मेघ उम्मीदवार आजाद चुनाव लड़ सकते हैं.
3.
अमृतसर के वेस्ट रिसर्व हलके से मेघ समाज आजाद चुनाव लड़ सकता है.
4.
अबोहर के तीनों विधान सभा हलकों से मेघ समाज इस बार आजाद चुनाव लड़ सकता है.
प्रो.राज
कुमार
भगत
महासभा
Source: Megh Politics
No comments:
Post a Comment