चौधरी सुंदर सिंह ने एक बार मेघों को समझाते
हुए कहा था,
"न तो
तुम्हारे पास ज़मीन है और न आसमान है. क्या तुम केवल 'भारत माता की जय' के नारे लगाने के लिए पैदा
हुए
हो?"
शायद आप जानते हों कि आज़ादी से पहले स्यालकोट में श्री सुंदर सिहं के
विरुद्ध भगत गोपीचंद ने चुनाव लड़ा था. गोपीचंद जी चुनाव हार गए थे. सुंदर सिंह
जी
चमार समुदाय से थे. वे
कबीरपंथी डॉ. अंबेडकर की विचारधारा से सराबोर थे और संघर्ष का अर्थ जानते थे.
उनकी बेटी सुश्री संतोष चौधरी होशियारपुर से एमपी हैं.
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